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How to Overcome Laziness in Hindi – आलस को दूर करने के उपाय

नमस्कार दोस्तों, हमेशा की तरह सक्सेस इन हिंदी एक बार फिर से आपकी सेवा में उपस्थित है और एक ऐसे विषय के साथ आया है जो आपके लिए काफी मददगार साबित होगा हमने अक्षर देखा है सर्च इंजन में लोग सर्च करते है How to Overcome Laziness in Hindi – आलस को दूर करने के उपाय, आलस कैसे दूर करे.

आज का हमारा टॉपिक है अपने आलस को कैसे दूर करे… क्योकि आलास इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है… क्या होता है आलास हम आपको कुछ clear कर देते है… किसी भी काम में मन ना लगना, समय यूं ही गुजार देना, आवश्यकता से अधिक सोना sleep आदि को हम आलस कहते हैं और यह भी जानते हैं कि आलस से हमारा बहुत नुकसान होता है.

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फिर भी आलस से पीछा नहीं छुटता, कहीं न कहीं जीवन में यह प्रकट हो ही जाता है आलस करते समय हम अपने कार्यों, परेशानियों problems आदि को भूल जाते हैं और जब समय गुजर जाता है तो आलस का रोना रोते हैं, स्वयं को दोष देते हैं, पछताते हैं किन्तु अब आपको ऐसा नहीं करना होगा हम आपके लिए आलास को दूर करने के तरीके शेयर करने जा रहे है.

आलस को समझने का प्रयत्न करें

कई विशेषज्ञों का मानना है कि मनुष्य डर के कारण आलस करता है… उदाहरण के तौर पर (अगर मनुष्य का किसी काम में मन नहीं लगता तो वह उससे बचने की कोशिश करता है) कुछ न करना, असफल होने का डर, दूसरों की अपेक्षाएं, असंतुष्टि, प्रेरणा inspiration की कमी व बहस-बाजी से बचने की कोशिश में कुछ न करने के लिए भी हो सकता है.

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इसलिए आलस को समस्या मानने की जगह उसे अन्य समस्याओं के लक्षण के तौर पर समझना चाहिए, एक सीमा तक आलस हमें सुकूनदायक लगता है, खुशी देता है, नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन समय की उस सीमा के बाद लगातार काम करते रहने से बचना हमें खुशी से ज्यादा दर्द देने लगता है, मन को बेचैनी व पछतावे से भरने लगता है.

क्योंकि काम न करने से काम का ढेर कम नहीं होता, बल्कि बढ़ता है और धीरे–धीरे यह इतना बढ़ जाता है कि यह हमें अपने बारे में, अपने कार्यों और अपने रिश्तों के बारे में अच्छा महसूस करने नहीं देता एक तरह से हम आलस के कारण नकारात्मकता negativity से घिर जाते हैं और नकारात्मक सोचने लगते हैं, ऐसा करने से बचे.

आलस के प्रकार

विशेषज्ञों ने दो प्रकार के आलस बताए हैंपहला वो, जिसमें व्यक्ति मेहनत करके पहले अपना काम पूरा करता है और फिर कुछ समय बिना कुछ किए आलस्य में बिताना चाहता है इस तरह का आलस नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि लाभ देता है.

जब हमारे जरूरी कार्य पूर्ण हो जाते हैं और बचे हुए समय को हम सुकून से जीते हैं, बिना किसी तनाव के अपने कार्यों को करते हैं तो यह हमें एक तरह से जिंदगी का आनंद देता है.

दूसरा आलस वह, जिसमें व्यक्ति के अंदर कुछ करने की प्रेरणा ही नहीं होती ऐसी स्थिति में व्यक्ति कुछ न कर पाने के कारण बेचैन तो रहते हैं, पर उनमें वह उत्साह नहीं होता, जो उनसे कुछ काम करा ले कई बार व्यक्ति को यह ही पता नहीं होता कि वह क्या करना चाहता है और यह समझ न पाने के कारण भी वह आलस्य करता है.

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इस तरह लंबे समय तक कुछ न करना, कामों को टालना, रोजमर्रा के कार्यों को मजबूरी मानते हुए करना यह कुछ और नहीं, बल्कि मन में जन्म ले रही निराशा के संकेत हैं, जिसके कारण व्यक्ति अपना समय कम मेहनत वाली और उबाऊ चीजों में बिताने लगता है.

इस तरह के आलस निपटना बेहद जरूरी है अपने जीवन से आलस्य को दूर भगाने के लिए हमें थोड़ी मेहनत, मशक्कत तो करनी ही पड़ेगी… अगर आप ऐसा कर लेते है तो आपकी life आनंद से भर जाएगी.

ऐसे करें आलस दूर

काम करके ही हम जिंदगी का असली सुकून प्राप्त कर सकते हैं भले ही हम अपने कार्यों में सफल हों या असफल, यह सोचने के बजाय कार्य करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए कार्य करते समय एक साथ कई काम करने के बजाए एक बार में एक या दो कामों को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए.

क्योंकि इससे हमारे कार्य पूर्ण होंगे और अपने कार्यों को पूरा होते हुए देखने से हमारा आत्मविश्वास confidence भी बढ़ेगा और खुशी भी हमें करने को अनगिनत कार्य होते हैं, जिनके कारण हम यह समझ नहीं पाते कि शुरुआत कहां से करें? कैसे करें?

इसलिए स्वयं में यह आदत डालनी चाहिए कि अपने समक्ष उपस्थित कार्यों को हम समेटते और सहेजते रहें, अनावश्यक विचारों से खुद को मुक्त करने की कोशिश करें क्योंकि जितना हमारे अंदर बिखराव कम होगा, उतना ही अधिक हमारा स्वयं पर नियंत्रण होगा.

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व्यायाम, योगाभ्यास आदि आलस को दूर भगाने के श्रेष्ठ तरीकों में से हैं ये हमारे शरीर व मन को जीवनीशक्ति से भरपूर बनाते हैं, इन्हें तरोताजा करते हैं व मन में उत्साह जगाते हैं इसके साथ ही आलस्य को दूर भगाने के लिए हमें सकारात्मक विचारों, सही दिशाधारा और उन पर चलने के लिए मजबूत पहल की आवश्यकता होती है.

इन्हें अपना कर ही कोई आलस से बच सकता है तो How to Overcome Laziness in Hindi – आलस को दूर करने के उपाय. तो आज के लिए बस इतना ही हम एक बार फिर से आपकी सेवा में हाजिर होंगे तब तक के लिए नमस्कार.

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